वर्जीनिया के आठवें जिले से अमेरिकी कांग्रेस की दौड़ में वीरा सिंह को मिली हार
अर्लिंग्टन में जन्मीं और पली-बढ़ी विक्टोरिया इस चुनाव में खड़ी होने वाली पहली लैटिना, पहली एशियाई और दूसरी महिला थीं। वह इस पद के लिए दौड़ में शामिल होने वाली सबसे युवा प्रत्याशी भी रहीं।

विक्टोरिया वीरा सिंह वर्जीनिया के आठवें जिले से अमेरिकी कांग्रेस के लिए चुनावी दौड़ में भारी अंतर से पिछड़ गई हैं। भारतीय पिता और इक्वाडोर की मां की बेटी 29 वर्षीय विक्टोरिया को 21 जून को हुए डेमोक्रेटिक प्राइमरी चुनाव में प्रतिनिधि डॉन बेयर के हाथों हार का सामना करना पड़ा है।
182 प्रेसिंक्ट में से 177 के परिणामों के अनुसार विक्टोरिया वीरा सिंह को 11,288 वोट (22.7 फीसदी) मिले हैं। वहीं बेयर के खाते में 38,487 यानी 77.3 फीसदी वोट आए हैं। राज्य के आठवें जिले में पूरी अर्लिंग्टन काउंटी, फेयरफैक्स काउंटी के कुछ हिस्से और अलेक्जेंड्रिया व फाल्स चर्च के सभी स्वतंत्र शहर आते हैं।
Thank you.#DemVoice1 #ResistanceUnited #victoryisours #votevictoria22 #victoriavirasingh pic.twitter.com/RZgmDHQobZ
— Victoria Virasingh (@Victoria4VA) June 22, 2022
अर्लिंग्टन में जन्मीं और पली-बढ़ी विक्टोरिया यह चुनाव लड़ने वाली पहली लैटिना, पहली एशियाई और दूसरी महिला थीं। वह इस पद के लिए दौड़ में शामिल होने वाली सबसे युवा प्रत्याशी भी रहीं। 22 जून को जारी एक बयान में विक्टोरिया ने कहा कि मेरे अभियान ने जो हासिल किया उस पर मुझे बहुत गर्व है।
I am grateful to voters in Northern Virginia for again making me their Democratic nominee to represent Virginia’s 8th District. Their trust in me is humbling, and I will continue to do all I can to earn it. pic.twitter.com/dZ34jFSyvW
— Don Beyer (@DonBeyerVA) June 21, 2022
विक्टोरिया ने आगे कहा कि इसने हमारे लोकतंत्र को मजबूत किया, नए मतदाताओं को मतदान प्रक्रिया में भाग लेने के लिए प्रेरित किया और पूरे देश के संगठनों की ओर से हमें समर्थन प्राप्त हुआ। मैं केवल हिस्सा लेने का फैसला लेकर एक प्रभाव छोड़ने में सफलता हासिल करने पर गर्व महसूस कर रही हूं।
वहीं यह चुनाव जीतने के बाद अब बेयर रिपब्लिकन करीना लिप्समैन का सामना करेंगे। लिप्समैन ने पिछले महीने एक रिपब्लिकन कन्वेंशन में जीत हासिल की थी। बेयर ने एक ट्वीट में उत्तरी वर्जीनिया के मतदाताओं के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि मैं आपके भरोसे पर खरा उतरने का पूरा प्रयास करूंगा।
इंटरनेशनल रिलेशंस में स्नातक और लैटिन अमेरिकन स्टडीज में परास्नातक करने वाली विक्टोरिया को सरकारी, गैर-लाभकारी और निजी क्षेत्र में बहुत अनुभव है। उनकी मां इक्वाडोर की थीं और पिता का जन्म थाईलैंड में एक सिख शरणार्थी परिवार में हुआ था। दोनों बेहतर जीवन की उम्मीद के साथ अमेरिका आए थे।