शिकागो के रोलिंग मीडोज में एक महीने तक चलने वाले हिंदू महोत्सव की शुरुआत 4 जुलाई को हो गई। इस त्योहार में विष्णु के स्वरूप भगवान वेंकटेश्वर की पूजा की जाती है।
'वेंकटेश्वर और नवग्रह प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव' की शुरुआत जलाधिवासम के साथ हुई। भगवान की मूर्ति को जल से स्नान कराया गया और इस दौरान भक्त "गोविंदा, गोविंदा" के जयकारे लगा रहे थे। अनुष्ठान मंदिर की घंटियों, शंखों और संगीत वाद्ययंत्रों की ध्वनि के साथ शुरू हुआ।

जलाधिवासम में भगवान की मूर्ति पूरी तरह या आंशिक रूप से जल में लेटी हुई स्थिति में विसर्जित की जाती है। यह हिंदू धार्मिक पुराणों में पानी की केंद्रीयता पर जोर देने के लिए किया जाता है। जल को प्रकाश का सार माना गया है। इस अनुष्ठान के दौरान किए गए मंत्रों का सार यह है कि वायु, पशु और भोजन सहित सभी संस्थाएं जल का एक रूप हैं।