लंबी लड़ाई के बाद मां ने जीती कानूनी जंग, न्यूजीलैंड वापस आएंगे तीनों लाडले
अपने बच्चों की खातिर लंबे संघर्ष के बाद गुजरात उच्च न्यायालय ने मां की पीड़ा को समझा। और तीनों बच्चों को मां के हवाले करने का आदेश दिया। अदालत ने पिता को आदेश दिया कि वह बच्चों को 25 मार्च से पहले न्यूजीलैंड लेकर जाए या उनकी वापसी के लिए टिकट का इंतजाम करे।
अपने बच्चों से अलग रहने की पीड़ा क्या होती है ये एक मां से बेहतर कौन जान सकता है। जब पति ही दीवार बनकर खड़ा हो जाए तो यह दर्द असहनीय हो जाता है। लेकिन न्यूजीलैंड में रहने वाली भारतीय मूल की एक मां ने हार नहीं मानी। अपने बच्चों को हासिल करने के लिए लंबी लड़ाई लड़ी और आखिरकार जीत हासिल की। गुजरात उच्च न्यायालय ने अपने एक आदेश में मां के दर्द को समझा। तीन बच्चों को 25 मार्च तक उनके हवाले करने का आदेश दिया है।
इस महिला की दास्तान बहुत ही दर्द भरी है। महिला की शादी साल 2010 में न्यूजीलैंड में रह रहे भारतीय मूल के एक शख्स से हुई। यह शख्स मूल रूप से भारत के गुजरात का रहने वाला है। शादी के बाद पति अपनी पत्नी को लेकर न्यूजीलैंड गए। जहां महिला ने एक खूबसूरत बेटे को जन्म दिया। इस दौरान साल 2015 में एक पारिवारिक कार्यक्रम में भाग लेने की झूठी बात कहकर पिता अपने बेटे को लेकर गुजरात आ गए। यहां उन्होंने अपने बेटे का दाखिला एक बोर्डिंग स्कूल में कर दिया और उसे वापस न्यूजीलैंड लेकर नहीं गए।