ई-वाहनों का भारत में जबर्दस्त क्रेज, दुपहिया की बिक्री में कर्नाटक नंबर 1
वाहन के आंकड़े बताते हैं कि पिछले महीने जून में भारत में इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर की 42,245 यूनिटें बिकी थीं, जो कुल ई-वाहनों की बिक्री का 61 फीसदी हिस्सा है। यानी भारत के लोगों की ई-वाहन में रुचि लगातार बढ़ती जा रही है।
इलेक्ट्रिक वाहनों का बाजार दुनिया भर में तेजी से बढ़ रहा है। भारत भी इससे अछूता नहीं है। भारत में चाहे सरकार हो, खरीदार हों या फिर वाहन निर्माता कंपनियां, हर कोई ई-वीइकल्स की होड़ में लगा है। एक्सपर्ट्स भारत में ई-वाहनों का बड़ा बाजार देख रहे हैं।
CEEW-CEF की हालिया रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया है कि भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों का बाजार साल 2030 तक बढ़कर 16,24,722 करोड़ रुपये का हो जाएगा। देखने की बात ये है कि भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री पहली श्रेणी के शहरों तक सीमित नहीं है।