प्राग में भारतीय प्रवासियों से मिल जयशंकर ने बताया, 'घर में क्या चल रहा है'
जयशंकर की यात्रा ऐसे समय में हो रही है जब यूरोप यूक्रेन पर रूसी आक्रमण के प्रभावों से जूझ रहा है और यूरोपीय देशों द्वारा भारत को मास्को पर अपने कार्यों के लिए एक सख्त स्थिति लेने के लिए मनाने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।

भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर मध्य यूरोपीय देशों के साथ संबंधों को और गति देने के लिए स्लोवाकिया और चेक गणराज्य के अपने दो देशों के दौरे के अंतिम चरण में हैं। दौरे के बीच जयशंकर ने रविवार को भारतीय समुदाय के सदस्यों से मुलाकात की। जयशंकर ने भारतीय प्रवासियों को भारत में किए जा रहे विकास से लेकर द्विपक्षीय संबंधों की स्थिति साझा की।

जयशंकर ने ट्वीट किया कि प्राग में भारतीय समुदाय से मिलकर खुशी हुई। उनमें से कई को इतना अच्छा प्रदर्शन करते हुए देखकर अच्छा लगा। समुदाय का विस्तार भी उत्साहजनक रहा है। उनके साथ भारत में विकास और हमारे द्विपक्षीय संबंधों की स्थिति को साझा किया। मैं उनके निरंतर समर्थन पर भरोसा करता हूं। बता दें कि विदेश मंत्री शनिवार को स्लोवाकिया की राजधानी ब्रातिस्लावा से प्राग पहुंचे थे।
Delighted to meet the Indian community in Prague. Good to see many of them doing so well.
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) June 5, 2022
The expansion of the community has also been encouraging. Shared with them developments at home and the state of our bilateral relationship.
Count on their continuing support. pic.twitter.com/ORR7nDza5P
रविवार को जयशंकर ने चेक रिपब्लिक के वित्तमंत्री से भी मुलाकात की। चेक रिपब्लिक 1 जुलाई से यूरोपीय संघ की अध्यक्षता संभालेगा। लगभग 5000 भारतीय नागरिक चेक रिपब्लिक में आईटी पेशेवर, व्यवसायी और छात्र हैं। जानकारी के अनुसार भारतीयों व भारतीय मूल के लोगों के कई अनौपचारिक संघ हैं, जो दूतावास के सहयोग से सामुदायिक कार्यक्रमों का आयोजन करते हैं।
गौरतलब है कि जयशंकर की यात्रा ऐसे समय में हो रही है जब यूरोप यूक्रेन पर रूसी आक्रमण के प्रभावों से जूझ रहा है और यूरोपीय देशों द्वारा भारत को मास्को पर अपने कार्यों के लिए एक सख्त स्थिति लेने के लिए मनाने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। विदेश मंत्रालय ने जयशंकर के जाने से पहले एक बयान में कहा था कि जयशंकर की अपने चेक समकक्ष के साथ चर्चा करने से हमारे द्विपक्षीय सहयोग की व्यापक समीक्षा का अवसर मिलेगा।