अमेरिका में शुरू हुई महात्मा गांधी-लूथर किंग को लेकर विशेष तरह की पहल
विदेश मंत्रालय ने ‘गांधी-किंग स्कॉलरली एक्सचेंज’ पहल की शुरूआत की है, जो राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और डॉ. मार्टिन लूथर किंग जूनियर के इतिहास तथा विरासत को रेखांकित करेगी। जनवरी 2023 में स्कॉलरली के तहत दोनों देशों के प्रतिभागी महत्वपूर्ण स्थलों और संगठनों का दौरा करने के लिए भारत में मिलेंगे।
अमेरिकी विदेश विभाग ने गांधी-किंग स्कॉलरली एक्सचेंज पहल शुरू की है जो महात्मा गांधी और डॉ. मार्टिन लूथर किंग जूनियर के इतिहास और विरासत की खोज करती है। यह अपनी तरह की पहली पहल है, जिसे बीते दिन लॉन्च किया गया था।
यह पहल नागरिक अधिकारों और सामाजिक न्याय को स्थानीय, राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आगे बढ़ाने के लिए भारत और अमेरिका के 20 उभरते युवा नागरिक नेताओं को एक साथ लाएगी।
अमेरिका के विदेश मंत्रालय के ‘ब्यूरो ऑफ एजुकेशनल एंड कल्चरल अफेयर्स’ के अनुसार इस पहल के तहत बुधवार से एक सप्ताह का ऑनलाइन कार्यक्रम और ओरिएंटेशन होगा, जिसके बाद सभी 20 युवा नेता अलबामा एंड एम यूनिवर्सिटी, हिस्टोरिकल ब्लैक कॉलेज एंड यूनिवर्सिटी (एचबीसीयू) में दो सप्ताह के एक शैक्षणिक कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे। इसमें ज्ञान हासिल करने और चर्चा के अलावा प्रतिभागी मोंटगोमरी, सेल्मा तथा अलबामा में बर्मिंघम, टेन्नेसी, मेमफिस और जॉर्जिया में अटलांटा में नागरिक अधिकार साइट का दौरा करेंगे।
मिली जानकारी के अनुसार जनवरी 2023 में इस स्कॉलरली एक्सचेंज के तहत भारतीय तथा अमेरिकी प्रतिभागी महत्वपूर्ण स्थलों और संगठनों का दौरा करने के लिए भारत में फिर से मिलेंगे। यह एक तरह से शांति, अहिंसा और संघर्ष समाधान के शैक्षणिक विषयों के आसपास केंद्रित है और उनके नेतृत्व का निर्माण करते हैं।